Aligarh Muslim University student protest to demand indo slamic subject on Entrance Exam ann

Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में लंबे समय से इंडो स्लामिक सब्जेक्ट को 11वीं के एन्ट्रेंस एग्जाम में वापस लाने की मांग छात्रों के द्वारा की जा रही है लेकिन इस मांग को पूरा नही किया गया. यही कारण है छात्रों के द्वारा एंट्रेंस एग्जाम से पहले हिंदू इस्लामी सब्जेक्ट को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय पर सही जवाब न देने के आरोप लगाए हैं.

छात्रों का कहना है कई बार ज्ञापन दिए गए लेकिन उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया जबकि कमेटी के द्वारा इंडो इस्लामिक सब्जेक्ट को हटाया गया. उसे समय अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का प्रशासन कहां था. उनके द्वारा सिलेक्शन कमिटी पर भी सवालिया निषाद खड़े किए हैं. छात्रों का कहना है सिलेक्शन कमेटी के द्वारा इंडो इस्लामिक सब्जेक्ट को हटाने पर सहमति कैसे प्रदान की गई, यह गंभीर विषय है. छात्रों ने इसको लेकर आरोप लगाते हुए बड़ी रणनीति से बताया है. छात्रों ने रजिस्टर कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर टीम के साथ छात्रों की नोकझोक हो गई, जिस पर छात्रों ने जमकर नारेबाजी की.

छात्र कर रहे इंडो इस्लामिक सब्जेक्ट हटाने का विरोध

छात्र नेताओं से जब बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया एएमयू में एक मुद्दा जोर-जोर से चल रहा है जिसको लेकर छात्रों के द्वारा पैदल मार्च करते हुए इंडो इस्लामिक सब्जेक्ट को 11वीं के एन्ट्रेंस एग्जाम से हटाने पर कड़ा विरोध किया है. आज दर्जनों छात्र प्रदर्शन करते हुए रजिस्टार ऑफिस पहुंचे. इस बीच एएमयू प्रशासन और छात्रों के बीच कहा सुनी और धक्का मुक्की हो गई.

मौजूद छात्रों का कहना है छात्र 11वीं क्लास के इस्लामिक सिलेबस हटाए जाने को लेकर कई बार प्रदर्शन और ज्ञापन भी दे चुके हैं लेकिन अभी तक कोई इसका हल नहीं निकला है. इस मांग को लेकर आज छात्र वीसी से मिलने के लिए पहुंच रहे थे तभी प्रोक्टर की टीम ने रजिस्टार ऑफिस के गेट पर ही उन्हें रोक लिया इस दौरान छात्र और प्रौक्टर टीम के बीच में धक्का मुक्की हो गई छात्रों को काफी समझाने का प्रयास किया गया छात्र चेतावनी देते हुए अपनी अपनी क्लासों में चले गए छात्रों ने एएमयू पर काफी गंभीर आरोप लगाए हैं,

प्रॉक्टर वसीम अली ने दी ये जानकारी

वहीं पूर्व वाइस प्रेसिडेंट छात्र नेता हमजा सुफियान के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि जिस तरीके से इस्लामी सिलेबस हटाने का मामला सामने आया है यह कहीं ना कहीं सोचने का विषय है यह नहीं हटाया जाना चाहिए क्योंकि इस सब्जेक्ट में इस्लाम से जुड़ी बातें सभी छात्रों को पढ़ाई जाती हैं क्या इस्लाम क्या है चाहे वह हिंदू हो चाहे मुस्लिम सभी को हर धर्म के बारे में जानकारी होनी चाहिए. मेरी प्रौक्टर साहब से भी बात हुई है इसमें कोई ना कोई निर्णय निकलेगा लेकिन इसमें कहीं ना कहीं एएमयू की मनमानी चल रही है क्योंकि छात्रों की कोई यूनियन नहीं है इसलिए किसी मसले में उन्हें नहीं जोड़ा जाता अगर यूनियन होती तो ऐसा कभी नहीं होता छात्रों की भी राय ली जाती

प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया गया के कुछ छात्र हैं जो आए दिन एक ही मसले को लेकर लगातार आते रहते हैं. कोई अगर मसला है तो उसमें समय लगता है उसी को लेकर छात्रों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. इस्लामी चैप्टर हटाए जाने को लेकर कमेटी भी बना दी गई थी कमेटी अपनी रिपोर्ट जल्द ही सौपेगी. इस मामले की जानकारी वाइस चांसलर के जहन में भी है. वह भी इस बारे में कमेटी से रिपोर्ट मांग रही है लेकिन छात्र हर दूसरे दिन उसी को लेकर आ जाते हैं. ये छात्रों को बरगलाने का काम कर रहे हैं क्योंकि यह लाइब्रेरी पर पहुंचकर इस तरीके से हरकतें करते हैं लाइब्रेरी में पढ़ रहे छात्रों की पढ़ाई में भी परेशानी होती है.

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